POLICE LATHI CHARGE BJP WORKERS: नमस्कार दोस्तो आपको बतादे कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में गुरुवार को पुलिस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं के बीच भिडत हो गई। दरअसल, BJP YUVA MORCHA ने आज राज्य सचिवालय तक मार्च निकालने की तैयारी की थी। पुलिस ने हाबड़ा ब्रिज और विद्यासागर सेतु को बंद कर दिया। इसके साथ ही जगह-जगह बैरिकेडिंग भी कर दी। राज्य में बीजेपी कार्यकताओं की हत्या के विरोध में पार्टी द्वार यह प्रदर्शन किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल के सचिवालय नाबन्ना के बाहर सैकड़ों की संख्या में मौजूद बीजेपी प्रदर्शनकारियों (Police lathi charge BJP)ओर पुलिस के बिच भिडत हो गई।
पुलिस ने किया लाठीचार्ज और वाटर कैनन
पश्चिम बंगाल कि कोलकाता पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपना मार्च शुरू किया, जिसे रोकने के लिए तमाम इंतजाम किए गए थे। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। जवाब में कोलकाता पुलिस ने लाठीचार्ज (Police lathi charge )किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया।
इसके बाद कार्यकर्ताओं मे भगदड़ मच गई। ओर उसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता धिरे-धिरे पीछे हटने लगे।
सुत्रो कि माने तो इस झड़प में बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू बनर्जी सहित कई भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध के रूप में टायर में आग लगा दी। बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान अर्जुन सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, लॉकेट चटर्जी और मुकुल रॉय जैसे नेता मौके पर मौजूद थे।
80 साल के बुजुर्ग ने पत्नी संग खोला ढाबा, रोते-रोते सुनाई पूरी कहानी
प्रतिबंध के बावजूद यह प्रदर्शन
आपको बतादे कि BJP ने बड़े स्तर पर लोगों के एकत्र होने पर राज्य सरकार के प्रतिबंध के बावजूद यह प्रदर्शन किया| बीजेपी की यूथ विंग के नए प्रमुख तेजस्वी सूर्या इस प्रदर्शन में भाग लेने के लिए खासतौर पर कोलकाता पहुंचे है|

एक तरह से इस प्रदर्शन को राजधानी में बीजेपी के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था।
Buy Now From Here: Top Brand Shoes & Save up to 60% off
बंगाल BJP के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा,
कोरोना महामारी ( COVID19 ) और नियमों का उल्लंघन कर आयोजित किए गए प्रदर्शन को लेकर पूछे गए सवाल पर BJP के बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘सभी कार्यकर्ता मास्क पहने हैं, क्या नियम केवल हमारे लिए हैं? ममता जी हजारों लोगों के साथ प्रदर्शन करती है और सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ हमें ही पढ़ाया जा रहा है। क्या यही नियम उन पर लागू नहीं होते?’
खबरो के अनुसार आपको बतादे कि, राज्य सचिवालय बुधवार को सेनिटाइजेशन के लिए बंद रखा गया था।
बीजेपी ने इसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘भय का संकेत’ करार दिया है। सचिवालय में ही मुख्यमंत्री का ऑफिस भी है। शायद इसी कारण राज्य सरकार ने विपक्षी पार्टी को इसके लिए अनुमति नहीं दी थी।
इसके पीछे ममता सरकार ने कुछ अन्य वजहों के साथ बुधवार को शाहीन बाग आंदोलन पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी हवाला दिया है, जिसमें कोर्ट ने कहा था कि सार्वजनिक स्थलों पर दिक्कतें पैदा करके कोई आंदोलन नहीं किया जा सकता।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हावड़ा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों पर बम फेंका और ईंट-पत्थर बरसाए. हमें सुनिश्चित करना था कि कानून और व्यवस्था बनी रहे|
यह भी पढे:- कांग्रेस ने BJP से चीन के संबंधों पर कांग्रेस ने पूछे यह 10 सवाल
Beauty, Skin Care Tips: घरेलू टिप्स अपनाएं, हर मौसम में चमकदार निखार पाए